बजट — बिहार सरकार ने 5-स्टार होटल परियोजना की मंजूरी दी:
बिहार सरकार ने राज्य में पर्यटन और लग्जरी हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में पटना में तीन 5-स्टार होटल परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। यह परियोजना पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर आधारित होगी और राज्य के पर्यटन क्षेत्र में नए अवसर उत्पन्न करेगी।
राज्य सरकार का उद्देश्य सिर्फ उच्चस्तरीय हॉस्पिटैलिटी सेवाएँ प्रदान करना नहीं है, बल्कि निवेश आकर्षित करना, रोजगार सृजन करना और पटना को पूर्वी भारत का पर्यटन और व्यापार केंद्र बनाना भी है।
स्थान और भूमि आवंटन: बिहार सरकार ने 5-स्टार होटल परियोजना की मंजूरी दी
बैंकिपोर बस स्टैंड, पटना: गांधी मैदान के पास स्थित इस स्थल पर 3.24 एकड़ भूमि पर 5-स्टार होटल का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना के लिए कोलकाता स्थित कंपनी को लेटर ऑफ अवार्ड (LoA) जारी किया गया है।
पटलिपुत्र अशोक होटल परिसर: इस ऐतिहासिक स्थल पर भी एक 5-स्टार होटल का निर्माण प्रस्तावित है। इस परियोजना के लिए कुमार इंफ्राट्रेड एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड को जिम्मेदारी दी गई है और 90 वर्षों के लिए भूमि पट्टे पर दी जाएगी।
सुलतान पैलेस परिसर: इस ऐतिहासिक महल को पुनर्निर्मित करके एक 5-स्टार होटल में बदला जाएगा, जिससे पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा मिलेगा।बिहार सरकार ने 5-स्टार होटल परियोजना की मंजूरी दी

सुविधाएँ और उद्देश्य:
आधुनिक सुविधाएँ: इन होटलों में हाई-एंड लग्जरी रूम, कांफ्रेंस हॉल, स्पा, जिम, मल्टी-कुज़ीन रेस्टोरेंट और अत्याधुनिक बैंक्वेट हॉल जैसी सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।
पर्यटन को बढ़ावा: इन होटलों के निर्माण से राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के अवसर सृजित होंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण: सुलतान पैलेस जैसे ऐतिहासिक स्थलों को पुनर्निर्मित करके सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण किया जाएगा।बिहार सरकार ने 5-स्टार होटल परियोजना की मंजूरी दी
समयसीमा और अपेक्षित परिणाम
निर्माण अवधि: इन होटलों के निर्माण की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी और अनुमानित रूप से 2026-27 तक ये होटले पूरी तरह से कार्यात्मक हो जाएँगे।
पर्यटन में वृद्धि: इन होटलों के संचालन से राज्य में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे पर्यटन क्षेत्र में नया जीवन मिलेगा।
आर्थिक विकास: इन परियोजनाओं से राज्य में निवेश आकर्षित होगा और स्थानीय व्यवसायों को भी लाभ होगा।
पर्यटन में वृद्धि: नई 5-स्टार होटलों के निर्माण से राज्य में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी।
स्थानीय व्यवसायों को लाभ: होटल निर्माण और संचालन से स्थानीय दुकानदारों, होटल कर्मचारियों और सेवा प्रदाताओं को रोजगार मिलेगा।बिहार सरकार ने 5-स्टार होटल परियोजना की मंजूरी दी
राजनीतिक और आर्थिक महत्व: परियोजना राज्य की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय छवि को मजबूत करेगी।

भविष्य की योजनाएँ
पटना, गया और भागलपुर में मिनी-स्टेडियम और इनडोर एरीना।
बिहार स्पोर्ट्स टैलेंट हंट प्रोग्राम और हॉस्पिटैलिटी ट्रेनिंग सेंटर।
महिला हॉस्पिटैलिटी और पर्यटन अकादमी।
अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के पर्यटन और व्यापारिक कार्यक्रम।
राज्य सरकार और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा:
“यह परियोजना बिहार में पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने का अवसर है। निवेश और रोजगार से राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।बिहार सरकार ने 5-स्टार होटल परियोजना की मंजूरी दी
तीन नए 5-स्टार होटल परियोजनाओं से बिहार में पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ आएँगी। यह निवेश और रोजगार दोनों के लिए महत्वपूर्ण है।”
विशेषज्ञों का मानना है कि इन होटलों के निर्माण से पटना पूर्वी भारत का पर्यटन और व्यवसायिक केंद्र बन जाएगा।

बिहार सरकार ने पाटलिपुत्र अशोक, बांकीपुर बस स्टैंड और सुल्तान पैलेस परिसर में 3 नए 5-स्टार होटलों के निर्माण को मंजूरी दी है, जो पीपीपी (सार्वजनिक-निजी भागीदारी) मॉडल पर बनेंगे और इनका उद्देश्य पर्यटन व रोजगार को बढ़ावा देना है। पाटलिपुत्र अशोक की भूमि पर ITC Hotels के साथ करार हुआ है, और अन्य दो स्थानों पर भी निविदा प्रक्रियाएं जारी हैं।बिहार सरकार ने 5-स्टार होटल परियोजना की मंजूरी दी
निवेश और वित्तीय विवरण
- कुल अनुमानित निवेश: लगभग ₹1000 करोड़।
- भूमि पट्टा शुल्क: बांकीपुर बस स्टैंड की 3.24 एकड़ भूमि के लिए 90 वर्षों का पट्टा और ₹68 करोड़ का भुगतान, 9.5% ब्याज दर के साथ 11 वर्षों में।
- वार्षिक लाइसेंस शुल्क: ₹18 करोड़।बिहार सरकार ने 5-स्टार होटल परियोजना की मंजूरी दी
इस निवेश से न केवल होटल उद्योग में उच्च गुणवत्ता के निर्माण होंगे, बल्कि राज्य की स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
निर्माण कार्य शुरूआत: जल्द ही।
पूरा होने की उम्मीद: 2026-27 तक तीनों होटल पूरी तरह से कार्यात्मक।बिहार सरकार ने 5-स्टार होटल परियोजना की मंजूरी दी
पर्यटन और आर्थिक प्रभाव: संचालन से राज्य में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
इस निवेश से न केवल होटल उद्योग में उच्च गुणवत्ता के निर्माण होंगे, बल्कि राज्य की स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
सुविधाएँ
- लग्जरी कमरे और सुइट्स
- स्पा, जिम और मल्टी-कुज़ीन रेस्टोरेंट
- कॉन्फ्रेंस और बैंक्वेट हॉल
- ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण (सुल्तान पैलेस)
समयसीमा
- निर्माण कार्य: जल्द शुरू
- पूरा होना: 2026-27 तक
लाभ
बिहार को पूर्वी भारत का पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी हब बनाने में मदद
पर्यटन में वृद्धि और स्थानीय व्यवसायों को लाभ
हजारों नए रोजगार अवसर
राज्य की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का संरक्षण
निष्कर्ष:
बिहार सरकार द्वारा पाटलिपुत्र अशोक, बांकीपुर बस स्टैंड और सुल्तान पैलेस परिसर में तीन नए 5-स्टार होटल परियोजनाओं को मंजूरी देना राज्य के पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के लिए ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। यह परियोजना न केवल आधुनिक और उच्च गुणवत्ता वाली सुविधाएँ उपलब्ध कराएगी, बल्कि राज्य की आर्थिक और सामाजिक तस्वीर को भी पूरी तरह बदलने की क्षमता रखती है।बिहार सरकार ने 5-स्टार होटल परियोजना की मंजूरी दी
परियोजना का सबसे महत्वपूर्ण पहलू इसका आर्थिक और सामाजिक लाभ है। लगभग ₹1000 करोड़ के निवेश के साथ यह परियोजना बिहार में निवेश आकर्षित करने और स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा देने का माध्यम बनेगी। होटल निर्माण और संचालन के दौरान सैकड़ों से लेकर हजारों लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। यह सीधे तौर पर स्थानीय कारीगरों, सेवा प्रदाताओं, होटल कर्मचारियों और पर्यटन उद्योग से जुड़े पेशेवरों को लाभ पहुंचाएगा।
साथ ही, इन परियोजनाओं के माध्यम से राज्य का पर्यटन क्षेत्र भी मजबूती से विकसित होगा। पाटलिपुत्र अशोक और सुल्तान पैलेस जैसी ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित और पुनर्निर्मित किया जाएगा, जिससे पर्यटन के साथ-साथ सांस्कृतिक संरक्षण भी सुनिश्चित होगा। यह न केवल राज्य की सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा देगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिहार को एक पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।बिहार सरकार ने 5-स्टार होटल परियोजना की मंजूरी दी
परियोजना का समयबद्ध और योजनाबद्ध निर्माण भी इसकी सफलता की कुंजी है। अनुमानित रूप से 2026-27 तक ये तीनों होटल पूरी तरह से कार्यात्मक हो जाएंगे। इस दौरान, राज्य सरकार और निजी निवेशक दोनों मिलकर परियोजना के संचालन और प्रबंधन में उत्कृष्टता सुनिश्चित करेंगे। इसके अतिरिक्त, आधुनिक सुविधाएँ जैसे कि लग्जरी कमरे, सुइट्स, स्पा, जिम, मल्टी-कुज़ीन रेस्टोरेंट, कॉन्फ्रेंस हॉल और बैंक्वेट हॉल, बिहार को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी हॉस्पिटैलिटी हब बनाने में सहायक होंगी।
राज्य सरकार का उद्देश्य सिर्फ पर्यटन और व्यवसायिक लाभ तक सीमित नहीं है। यह परियोजना स्थानीय समुदाय के लिए सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण का भी अवसर है। महिलाएँ और युवा इस सेक्टर में प्रशिक्षण प्राप्त कर रोजगार के अवसर पा सकेंगे। साथ ही, परियोजना के माध्यम से बिहार में स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और नए व्यवसायों को बढ़ावा देने की दिशा में भी ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस परियोजना को लेकर कहा है कि यह बिहार में पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र को नई ऊँचाइयों तक ले जाने में सहायक होगी। विशेषज्ञों के अनुसार, यह परियोजना पटना को पूर्वी भारत का व्यापार, पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी हब बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
5-स्टार होटल परियोजनाएँ बिहार की आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगी। यह परियोजना न केवल राज्य में निवेश और रोजगार बढ़ाएगी, बल्कि बिहार को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में भी मदद करेगी। भविष्य में, ये होटल न केवल व्यवसायियों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेंगे, बल्कि बिहार के लिए एक स्थायी आर्थिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में भी कार्य करेंगे।
सारांश: पाटलिपुत्र अशोक, बांकीपुर बस स्टैंड और सुल्तान पैलेस में तीन नए 5-स्टार होटलों का निर्माण बिहार के पर्यटन, रोजगार और आर्थिक विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। यह राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करते हुए उसे वैश्विक पहचान दिलाने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में सहायक होगा।



















