बिहार: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं संग करेंगे अहम बैठक
Raushan / 2 months
September 27, 2025
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“चुनाव से पहले संगठन को धार देने का मिशन”
पटना, 27 सितंबर 2025। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है। इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अमित शाह आज पटना में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ एक अहम बैठक करने वाले हैं। इस बैठक को न सिर्फ बिहार बल्कि पूरे राष्ट्रीय राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बैठक का उद्देश्य
भाजपा नेतृत्व इस समय बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पूरी तरह सक्रिय है। बताया जा रहा है कि आज की बैठक का मुख्य उद्देश्य चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देना, उम्मीदवार चयन पर चर्चा करना, और संगठनात्मक ढांचे को बूथ स्तर तक मजबूत करना है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, शाह कार्यकर्ताओं को यह संदेश देंगे कि चुनाव केवल नेताओं का नहीं, बल्कि हर कार्यकर्ता का संघर्ष है
शाम को पटना में अहम बैठक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
कार्यकर्ता संवाद के बाद अमित शाह बेतिया से पटना रवाना होंगे. यहां भाजपा प्रदेश कार्यालय में वे प्रदेश नेतृत्व और केंद्रीय स्तर के 40 वरिष्ठ नेताओं के साथ चुनावी रणनीति पर मंथन करेंगे. इस बैठक में बिहार चुनाव के प्रभारी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद रहेंगे. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल के मुताबिक, इस बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव की दिशा और रणनीति पर गहन चर्चा होगी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
पहले की बैठकों से संकेत
अमित शाह बीते दिनों बेतिया और चंपारण में भी बैठकों में शामिल हुए थे। भाजपा ने बिहार को कई ज़ोन में बांटकर क्षेत्रवार बैठकें शुरू की थीं। पटना की बैठक इस क्रम का सबसे अहम चरण है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उम्मीदवारों की प्राथमिक सूची पहले ही तैयार कर ली गई है, जिसे शाह के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अमित शाह ने पटना स्थित बीजेपी दफ्तर में शुक्रवार (26 सितंबर, 2025) की शाम करीब डेढ़ घंटे तक पार्टी नेताओं के साथ बैठक की. सूत्रों के अनुसार अमित शाह ने बैठक में कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि देश के लिए भी संदेशवाहक साबित होगा. निर्देश दिया कि आज से चुनाव तक संगठन को पूरा समय दें. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं संग करेंगे अहम बैठक
चुनाव को देखते हुए उन्होंने साफ कहा कि कौन क्या है इससे मतलब मत रखिए, यह भूल जाएं. बिहार विधानसभा चुनाव को एक सामान्य कार्यकर्ता की तरह लड़िए. सिर्फ एनडीए की जीत को प्राथमिकता दीजिए. यह देखना है कि एनडीए चुनाव लड़ रहा है. यह देखना जरूरी नहीं कि कैंडिडेट कौन है, एनडीए को जिताना है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
कौन होंगे शामिल?
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में कई बड़े नेता और संगठन पदाधिकारी शामिल होंगे—
बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह
चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान
संगठन महामंत्री बी.एल. संतोष
दोनों डिप्टी सीएम समेत दर्जनों सांसद और विधायक
विभिन्न ज़िलों के अध्यक्ष व मंडल स्तर के प्रमुख पदाधिकारी
इन सबकी मौजूदगी से साफ है कि भाजपा बिहार में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरतना चाहती।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
गृह मंत्री के आगमन को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. कुमारबाग इंजीनियरिंग कॉलेज के खेल मैदान में अस्थायी हेलीपैड बनाया गया है. स्थानीय पुलिस और केंद्रीय बलों की तैनाती भी बढ़ा दी गई है, ताकि कार्यक्रम शांतिपूर्वक संपन्न हो सके.
बैठक का महत्व: क्यों अहम है अमित शाह की पटना मौजूदगी?
अमित शाह भाजपा के “चाणक्य” कहे जाते हैं। उनकी चुनावी रणनीतियों ने कई बार पार्टी को अप्रत्याशित जीत दिलाई है। पटना में होने वाली यह बैठक केवल एक साधारण बैठक नहीं है, बल्कि इसे बिहार चुनाव 2025 का टर्निंग पॉइंट माना जा रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं संग करेंगे अहम बैठक
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि शाह की मौजूदगी पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के साथ-साथ विपक्षी दलों को यह संकेत देने के लिए भी है कि भाजपा पूरे दमखम के साथ मैदान में उतर चुकी है।
बैठक में चर्चा के मुद्दे
उम्मीदवार चयन – पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी ने प्रत्याशियों के नाम पर मंथन पूरा कर लिया है। अब शाह के साथ अंतिम चर्चा होगी।
जातीय और सामाजिक समीकरण – बिहार की राजनीति में जातीय संतुलन अहम है। प्रत्याशियों का चयन इसी समीकरण को ध्यान में रखकर होगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं संग करेंगे अहम बैठक
संगठन की सक्रियता – शाह कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने के निर्देश देंगे।
विपक्षी गठबंधन से मुकाबला – महागठबंधन को टक्कर देने के लिए भाजपा किस तरह की रणनीति अपनाएगी, इस पर भी चर्चा होगी।
जनता तक पहुंच – शाह मीडिया और सोशल मीडिया रणनीति पर भी जोर देंगे ताकि चुनावी संदेश सीधे मतदाताओं तक पहुंचे।
अमित शाह का सख्त संदेश
समाचार एजेंसी और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शाह ने पहले की बैठकों में साफ कहा था —
“कौन क्या है इससे मतलब मत रखिए, चुनाव एक कार्यकर्ता की तरह लड़िए।” इससे साफ है कि शाह व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा से ऊपर उठकर संगठन को प्राथमिकता देने का आह्वान कर रहे हैं।
राजनीतिक महत्व
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 केवल राज्य की सत्ता का सवाल नहीं है, बल्कि 2029 के लोकसभा चुनाव की तैयारी का भी अहम हिस्सा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं संग करेंगे अहम बैठक विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर भाजपा बिहार में अच्छा प्रदर्शन करती है तो यह पूरे उत्तर भारत में उसके लिए राजनीतिक मनोबल बढ़ाने वाला होगा। वहीं, अगर प्रदर्शन कमजोर रहा तो विपक्ष को बड़ा मनोबल मिलेगा।
आज की बैठक के बाद पार्टी जल्द ही उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती है। साथ ही, अलग-अलग जिलों में भी बैठकों का सिलसिला तेज होगा। अमित शाह के दौरे से साफ है कि भाजपा बिहार चुनाव को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती।
बैठक के मुख्य एजेंडे क्या होंगे?
1. उम्मीदवार चयन
भाजपा की स्क्रीनिंग कमेटी ने पहले ही उम्मीदवारों की सूची तैयार कर ली है। अब अमित शाह के साथ चर्चा के बाद अंतिम निर्णय लिया जा सकता है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं संग करेंगे अहम बैठक
2. जातीय समीकरण
बिहार की राजनीति में जातीय समीकरण की अहम भूमिका होती है। भाजपा इस बार ऐसे प्रत्याशी उतारने की रणनीति बना रही है, जो स्थानीय जातीय संतुलन को साध सकें।
3. बूथ स्तर पर संगठन की मजबूती
अमित शाह का हमेशा जोर “बूथ जीतो, चुनाव जीतो” पर रहता है। इस बैठक में भी बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ाने पर खास चर्चा होगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं संग करेंगे अहम बैठक
4. विपक्षी गठबंधन से सीधी टक्कर
महागठबंधन के दबाव को देखते हुए भाजपा की रणनीति यह होगी कि वह अपनी पकड़ हर क्षेत्र और हर जातीय वर्ग में बनाए रखे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
5. सोशल मीडिया और प्रचार रणनीति
आज के चुनाव में सोशल मीडिया की भूमिका बहुत बड़ी है। शाह इस बैठक में मीडिया मैनेजमेंट और डिजिटल प्रचार को लेकर भी दिशा-निर्देश देंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं संग करेंगे अहम बैठक
ABP Live की रिपोर्ट के मुताबिक, शाह ने पहले की बैठकों में साफ कहा था –
“कौन क्या है इससे मतलब मत रखिए, चुनाव को एक कार्यकर्ता की तरह लड़िए।”
इस बयान से यह साफ है कि शाह संगठन को व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं से ऊपर रखते हुए सामूहिक संघर्ष का संदेश देना चाहते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं संग करेंगे अहम बैठक
पहले की गतिविधियों से संकेत
शाह ने पहले बेतिया और चंपारण में बैठकों में हिस्सा लिया था।
भाजपा ने बिहार को कई ज़ोन में बांटकर क्षेत्रवार बैठकें शुरू की हैं।
पटना की बैठक इस क्रम का सबसे अहम चरण है, क्योंकि यहां पर पार्टी का चुनावी ब्लूप्रिंट सामने आएगा।
भाजपा की रणनीति: ‘मिशन बिहार 2025′
भाजपा ने बिहार चुनाव को लेकर एक विशेष रणनीति बनाई है, जिसे ‘मिशन बिहार 2025’ नाम दिया गया है। इसके अंतर्गत: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं संग करेंगे अहम बैठक
सभी 243 सीटों पर गहन समीक्षा की जाएगी।
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में “प्रभावी मतदान केंद्रों” की पहचान होगी।
विशेष रूप से युवाओं और पहली बार वोट डालने वालों तक पहुंचने की योजना बनाई गई है।
सोशल मीडिया टीम को जिलावार सक्रिय किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं संग करेंगे अहम बैठक
विपक्ष पर नजर
महागठबंधन (राजद, कांग्रेस और अन्य सहयोगी दल) इस समय भी सक्रिय है। वे बेरोजगारी, महंगाई और किसानों की समस्याओं को बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं। शाह की यह बैठक विपक्ष को कड़ा संदेश देने का भी प्रयास है कि भाजपा संगठन और रणनीति के दम पर उन्हें कड़ी टक्कर देने को तैयार है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं संग करेंगे
निष्कर्ष
पटना में होने वाली यह बैठक सिर्फ चुनावी रणनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भाजपा के संगठनात्मक दृष्टिकोण और कार्यकर्ताओं के उत्साह को नई दिशा देने का माध्यम है। अमित शाह का दौरा यह साबित करता है कि भाजपा बिहार में किसी भी स्तर पर ढिलाई नहीं बरतेगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं संग करेंगे अहम बैठक
आने वाले दिनों में इस बैठक के बाद उम्मीदवारों की सूची और प्रचार अभियान को लेकर बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। अब सभी की नजर इस बात पर होगी कि शाह की रणनीति महागठबंधन के गढ़ में भाजपा को कितना मजबूत बना पाती है।