पटना मेट्रो रेल परियोजना: नवीनतम अपडेट और विकास — 25 सितंबर 2025
प्रस्तावना
पटना मेट्रो रेल परियोजना पिछले कई वर्षों से चर्चा में है। अब 2025 के अंतिम तिमाही में इस परियोजना से जुड़े कई अहम फैसले और विकास सामने आ रहे हैं। इस लेख में मैं आपको हाल की गतिविधियों, चुनौतियों और उम्मीदों का एक समेकित रूप प्रस्तुत कर रहा हूँ।

प्रमुख नवीनतम घटनाएँ और ठोस अपडेट
1.HCC को मिले ₹2,566 करोड़ के ठेके
- Hindustan Construction Company (HCC) को हाल ही में दो बड़े ठेके (Packages PC-05 और PC-06) ₹2,566 करोड़ की राशि में दिए गए हैं।
- इन ठेकों में लगभग 10.67 किमी भूमिगत सुरंग (underground tunnels) तथा 6 स्टेशनों का निर्माण शामिल है।
- PC-05 ठेके में शामिल हैं — Mithapur रैंप, twin tunnels, तीन स्टेशन (Vikas Bhawan, Vidyut Bhawan, Patna Station) इत्यादि।
- PC-06 ठेके में शामिल हैं — Rukanpura रैंप, तीन स्टेशन (Rukanpura, Raja Bazar, Patna Zoo) आदि।
महत्व: यह पटना मेट्रो परियोजना के भूमिगत हिस्से को तेजी से आगे बढ़ाने का संकेत हैं, और मेट्रो नेटवर्क की विस्तार योजनाओं में यह एक महत्वपूर्ण मोड़ होंगे।
2.सीमित (Partial) परिचालन की तैयारी
- राज्य के Urban Development Minister जिबेश कुमार ने घोषणा की है कि इस महीने (सितंबर 2025) के अंत में मेट्रो का प्रारंभिक परिचालन शुरू हो सकता है।
- इस प्रारंभिक परिचालन में लगभग 6.2 किमी की कड़ी (Malahi Pakri ↔ New ISBT) शामिल होगी, जिसमें मुख्य रूप से 5 स्टेशन (जैसे Bhootnath, Zero Mile) शामिल हैं।
- 8 सितंबर को परियोजना के पहले फिटनेस ट्रायल (4.5 किमी) को सफलतापूर्वक पूरा किया गया था — Depot से Bhootnath तक, जिसमें ISBT, Zero Mile, Bhootnath स्टेशनों की प्रणाली जाँच की गई।
- भविष्य में इस परियोजना की अनुमानित पूरी लंबाई 32.5 किमी और 24 स्टेशन होगी।
चुनौती: कुछ स्टेशनों पर निर्माण कार्य अभी पूरा नहीं है, जिससे शुरुआती परिचालन केवल सीमित खंड में ही संभव हो सकेगा।

3.परियोजना की रूपरेखा और मेट्रो नेटवर्क
- पटना मेट्रो में दो मुख्य मार्ग (corridors / lines) प्रस्तावित हैं — एक East-West और एक North-South।
- Blue Line (नार्थ-साउथ / ISBT ↔ Patna Junction) — इसकी प्राथमिक (priority) कड़ी लगभग 6.107 किमी लंबी है, और इसे पहले चरण में अगस्त 2025 तक पूर्ण होने का लक्ष्य था।
- Blue Line में कई हिस्से भूमिगत होंगी, और कुछ हिस्से ऊँची संरचनाएं (elevated) होंगी।
- पटना मेट्रो का प्रारंभिक किराया (for priority corridor stretch) लगभग ₹30 की संभावना है।
- Wikipedia के अनुसार, पहले चरण में 5 स्टेशनों को 15 अगस्त 2025 तक (यद्यपि असमय) परिचालित करने का लक्ष्य था।
4.संचालन आरंभ की संभावनाएँ एवं घोषणाएँ
- पाटणा प्रेस के अनुसार, लेखिका खबर है कि पहले पांच स्टेशनों के लिए परिचालन सितंबर अंत तक शुरू हो सकता है।
- एक अन्य समाचार ने कहा है कि Phase-1 इस महीने शुरू हो सकती है, जिसमें ISBT से Malahi Pakri तक 6.20 किमी शामिल है।
- हालांकि, इन घोषणाओं को अभी तक अधिकारिक ‘Date of Inauguration’ कहकर पुष्टि नहीं मिली है।
5.संबद्ध सावधानियाँ और चेतावनियाँ
- पटना मेट्रो रेल निगम (PMRCL) ने निवासियों को नकली नौकरी प्रस्तावों से सावधान रहने की चेतावनी दी है। (कुछ लोग सोशल मीडिया / वेबसाइट आदि पर मिथ्या विज्ञापन चल रहे हैं।)
- ऐसे प्रयास दर्शाते हैं कि बड़ी परियोजनाओं के साथ अनियंत्रित अफवाहें और धोखाधड़ी भी होती हैं — विशेषकर रोजगार और अनुबंधों को लेकर।
निष्कर्ष
पटना मेट्रो रेल परियोजना अब अपने निर्णायक चरण में पहुँच चुकी है। हाल ही में ₹2,566 करोड़ के बड़े ठेके दिए जाने और 6.2 किमी लंबे प्राथमिक खंड पर परीक्षण सफल होने के बाद उम्मीद है कि सितंबर 2025 के अंत तक प्रारंभिक परिचालन (Partial Operation) शुरू हो जाएगा।
यह परियोजना पटना शहर के यातायात को नई दिशा देगी — ट्रैफिक जाम में कमी, समय की बचत और स्वच्छ, तेज़ सार्वजनिक परिवहन उपलब्ध कराएगी। हालांकि कुछ स्टेशनों पर निर्माण कार्य और भूमिगत खंडों की जटिलता अभी भी चुनौती बने हुए हैं, लेकिन सरकार और निर्माण एजेंसियाँ तेज़ी से काम कर रही हैं।
पटना मेट्रो परियोजना सिर्फ एक परिवहन साधन नहीं, बल्कि शहर की आधुनिक पहचान और विकास की नई तस्वीर है। आने वाले महीनों में इस परियोजना का पहला चरण लोगों को उपलब्ध होते ही पटना के शहरी जीवन में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।



















